सबसे पहले तो आपका थैंक्स करता हूँ की
मुजे यह लेख लिखने के लिए प्रेरित किया.
लिखने को तो मुजे इतना लिखना है की
शुरुआत कहाँ से करूँ यही समज में नहीं आता,
मुजे यह लेख लिखने के लिए प्रेरित किया.
लिखने को तो मुजे इतना लिखना है की
शुरुआत कहाँ से करूँ यही समज में नहीं आता,
अभी तो मुजे सर के बालों से लेकर पैर के नाख़ून तक लिखना है,
आपकी ही राय ओर सुजाव मुजे मंजिले मक्शुद तक पहुंचा सकते हैं.
कैसे करें अपनी मजबूत मांशपेशियों का निर्माण.
दोस्तों! शायद आपको पहले ही पता होगा की
अपनी मांशपेशियों को मजबूत बनाने के लिए और
अपने शरीर को तंदुरस्त व निरोगी बनाने के लिए सबसे पहले
सही खाना खाने की ज़रूरत है. साथ ही बाहर के दूषित खाने को
त्यागने की ज़रूरत है.सबसे पहले शरीर को तंदुरस्त बनाने के लिए
मैं आपको दूध पिने किहि सलाह दूंगा,
क्यूंकि यही एक संपूर्ण आहार
है,और इसमें प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है.यदि आप
वेजिटेरियन है फिर भी दूध तो ले ही सकते हैं.
उसके बाद यदि आप नॉन-वेजिटेरियन हैं तो देशी अंडे की सफेदी ,
मटन, मछली , चिकन और पनीर भरपूर मात्रा में लें.
रोजाना भूखे पेट सेवन करें.
मटन, मछली , चिकन और पनीर भरपूर मात्रा में लें.
साथ ही हरी सब्जियां, गाजर, टमाटर वगैरह भरपूर मात्रा में लें,
और चुकंदर ( बीट ) का जूस दूध या पानी के साथ
याद रखें,शिर्फ़ ज़बान के जाइके के लिए कभी कुछ ना खाएं,
बल्के यह देखें की हमे कौनसा आहार उचित रहता है और कौनसा नहीं.
यदि दूध पिने से ACDT हो जाती हो तो उसमे थोडा सा
पानी मिलाकर ले लेना चाहिए.बाकि आहारमें मिर्च,गरम मशाला,
और तेल अधिक इस्तेमाल ना करें.
कुदरत ने हमे जो शरीर दिया है वोह आखरी दम तक
हमारा साथ देता है,यदि एक गाड़ी के पुर्जे में ज़रा सा भी
कचरा आजाये तो शायद वह स्टार्ट ही ना हों,
जब तक की उसको साफ ना किया जाये, मगर हमारा शरीर
ना जाने कितनी छोटी-छोटी बिमारियों को अपने आपे में समा कर
ACDT ( पेट में जलन ) यह सब छोटी-छोटी बीमारियाँ
हमे इस बात का संकेत देती रहती है की हम कहीं ना कहीं
दूषित आहार ले रहें हैं, या जो खाना है वोह नहीं खा रहें हैं ,
मगर फिर भी हम इन संकेतों को नहीं समजते और अपनी ज़बान को
जो जाइका पसंद है उसकी इच्छा पूरी करने के लिए हम अपने
अनमोल शरीर को खतरे में डाल देते है . तात्पर्य बस इतना है की
भोजन साफ, शुद्ध , तजा , और हमारे शरीर के वातावरण के अनुशार
हो. यानि की यदि शरीर में गर्मी ज्यादा हों तो गर्म प्रभाव वाले भोजन
ना लें, और अगर शरीर ठंडी चीजों से जल्द प्रभावित होकर बीमार होने
लगता हो तो ठन्डे प्रभाव वाले भोजन से परहेज़ करें.
याद रखें !
केवल परहेज़ ही हर बीमारी का पहला उपाय है. जिस तरह बगैर
बन्दुक के गोली बेकार है उसी तरह बगैर परहेज़ के इलाज बेकार है.
और हाँ ! अगर आपको कब्ज़ रहता हो आपकी पाचन क्रिया
सहीह न हों तो कमसे कम हफ्ते में एक बार रातको
जुलाब अवश्य लें,जुलाब के लिए सनाय (सोना मकई)
सबसे बढ़िया रहती है, इसके पत्ते पिस कर बारीक़ चूर्ण बनालें,
रात को सादे पानीसे एक चम्मच ले लें.
अब बात करता हूँ पानी की.
जीहाँ! पानी न केवल प्यास बुझाता है
बल्कि स्वास्थ्य के सुधर में भी
एक अहम् भूमिका निभाता है. जिस तरह पृथ्वी में १ भाग ज़मीन
और ३ भाग पानी है उसी तरह हमारे शरीर में भी १ भाग मांस,हड्डी
वगैरह है और ३ भाग पानी है,पानी की कमी के ही कारण सेकड़ों
बीमारियाँ हमारे शरीर में प्रवेश कर जाती है. लिहाजा पानी अधिक से
अधिक मात्रा में लें.
तो यह थी खाने-पिने की बात.
अब बात करते हैं कसरत और व्यायाम की.
इसके लिए हमे सुबह जल्दी उठने की आदत बनानी होगी.
क्यूंकि सुबह को कसरत और व्यायाम करना बड़ा फायदेमंद होता है.
और सुबह की ताज़ी हवा हमारे शरीर में प्रवेश कर ताजगी
प्रदान करती है. मगर याद रखें की कभी भी खाना खा कर
कसरत और व्यायाम न करें. उचित मार्ग दर्शन में ही
कसरत और व्यायाम करना चाहिए.अगर आपके नजदीक में
जीम हो और वहां एक अच्छा गाइड हो तो बहुत बढ़िया है.
मसल्स बढ़ाने के लिए सबसे अच्छा साधन है "बुलवर्कर"
यदि आप इसे खरीद लें तो भी काम चल जायेगा.
इस से किस तरह कसरत करनी है
यह आप किसी अनुभवी व्यक्ति से ही सलाह लें.
शायद आप को इन चित्रों से कुछ Trick मिल जाये?
अब बात करते हैं कुछ घरेलु नुस्खों की,
जिसके ज़रिये सेहतमंद होना बड़ा सासान हो जाता है.
-:अश्वगंधा चूर्ण:-
इसके नाम की ही तरह गुण मौजूद हैं, इस चूर्ण में
अश्व(घोड़े) की शक्ति छिपी हुई है.
-:सतावरी :-
इसका भी शारीरिक विकास में महत्व पूर्ण योगदान
रहेता है.
-:शंख पुष्पि:-
इसके सेवन से मानशिक विकास बहुत अच्छा हो जाता
है,याद दस्त तेज़ होती है, सर की बीमारियाँ दूर होती है.
-:सफ़ेद मुशली:-
यह जड़ी बूटी न केवल मर्दों को मर्दानगी में बढ़ावा
देती है बल्कि औरतों की भी सफ़ेद पानी की बीमारी में लाभ दायक है.
-:खारक (छुआरा):-
इसे तो मैं काजू - बादाम से भी ज्यादा फायदेमंद
समजता हूँ.
-:बंग भष्म,लोह भष्म, प्रवाल भष्म :-
बस यूँ समज लीजिये की मर्द
को खरा मर्द बनाती है यह भष्म.
-:शहद (Honey) :-
पड़ सकता है,बस यूँ समज लीजिये की
मौत के सिवा हर बीमारी का इलाज
इस कुदरती शहद में छिपा हुआ है, बात बस इतनी है की
असली शहद मिल जाये. क्यूंकि ज्यादातर शहद में मिलावट की
सम्भावना रहती ही है. इसे तो अपनी आँखों के सामने ही
उतरा जाये तो बेहतर है.
यह सब दवाइयां आप किसी अच्छे आयुर्वेदिक दवाई बेचने वाले भरोसे
मंद व्यक्ति से ही खरीदें,क्यूंकि इस तरह की जड़ी बूटियों में मिलावट
का भय अधिक रहता है.
इन सब जड़ी बूटियों को सम मात्रा में लेकर कूट छान कर
शहद में मिला लें.
दिन में दो बार एक ग्लास दूध में ५ ग्राम यह माल्ट
मिलाकर सेवन करें.
आप चाहें तो हमारे पते से अपने घर बैठे ही इन सबकी
तैयार शुदा बोटल VPP से मंगवा सकते हैं.
उम्मीद है की आपको यह लेख पसंद आया होगा.
मुजे पर्सनल इ मेल करने के लिए यहाँ क्लिक करें. और अपना नाम ,
पता , व मोबाइल नंबर ज़रूर लिखें.
किसी बीमारी की जानकारी के लिए पूछना हो तो
आपको किस चीज़ से एलर्जी होती है?
किस चीज़ को खाने से कुछ दुस्प्रभाव होता है?
तो ज़रूर लिखें. धन्य वाद.
लेखक:-हकिम याकूब रजा. ( MIMS )
(मेंबर ऑफ़ International मेडिकल सोसायटी)
मेरा शीध्रपतन और गाल बहुत पचक गया तथा शरीर मे सिर्फ नस और हड्डीयाँ नजर आता है तथा कब्ज । कृपया आप हमेँ सलाह देँ घरेलु उपाय तथा आयुर्वेदिक दवा द्वारा जो बिहार के राजधानी मेँ उपल्बध हो ।
ReplyDeleteMujhe sighr patan ki problem h sir sex ke bare me sochte hue hi mera virya chut jata h koi upar btaiye
ReplyDeleteOr chehre par bhut hi pimples rhte h
ReplyDeleteमेरा नाम धर्मेन्द्र मालाकर है,
ReplyDeleteमेरे हाथो की कलाई बहुत बारीख हे इसे मजबूत और मोटा कैसे करू और पैर की पीलिया भी बहुत बारीख हे इसे मोटी कैसे करू।
मेरा नाम धर्मेन्द्र मालाकर है,
ReplyDeleteमेरे हाथो की कलाई बहुत बारीख हे इसे मजबूत और मोटा कैसे करू और पैर की पीलिया भी बहुत बारीख हे इसे मोटी कैसे करू।